ये जड़ी बूटियां कर सकती हैं हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल

ये जड़ी बूटियां कर सकती हैं हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल

सेहतराग टीम

आज भी कई प्राकृतिक जड़ी-बूटियों की मदद से तमाम रोगों का इलाज किया जाता है। गंभीर से गंभीर रोग के इलाज के लिए जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल होता रहा है। आयुर्वेद में लगभग हर बीमारी का इलाज जड़ी-बूटियों से होता है। आयुर्वेद के खज़ाने से हम आपके लिए लाए हैं ऐसे ही कुछ ऐसे तरीके जिनसे आप अपने हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रख सकते हैं। अगर गौर से समझें तो पता चलेगा कि आज के समय में लाखों लोग हाई ब्लड प्रेशर यानि उच्च रक्तचाप की समस्या से परेशान रहते हैं। इस बीमारी में खान-पान और लाइफस्टाइल का काफी महत्त्व होता है। सही समय पर इलाज कर आप इससे होने वाली कई बड़ी परेशानियों से बच सकते हैं। इसलिए आइए जानते हैं कुछ आयुर्वेद तरीकों के बारे में, जिसके इस्तेमाल से हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है।

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आयुर्वेद में पाई जाने वाली जड़ी बूटियां (Ayurveda Treatment for High Blood Pressure)

नागफनी (Nagfani Hawthorne for High Blood Pressure)

नागफनी स्वस्थ रक्त परिसंचरण को विनिमय करने के साथ-साथ दिल को मजबूत बनाता है। इसलिए यह उच्च रक्तचाप यानी हाई बीपी के साथ-साथ दिल और रक्त वाहिकाओं संबंधित समस्या को भी दूर करने में बेहद उपयोगी है। बता दें कि आप नागफनी का पानी या इसकी चाय के रूप में इसका सेवन कर सकते हैं। यह हाई बीपी के स्तर को कम करने में बेहद उपयोगी है।

अश्वगंधा (Ashwagandha for Hypertension)

अश्वगंधा भी आयुर्वेद में प्रसिद्ध जड़ी बूटियों में से एक है। स्ट्रेस हार्मोन और व्यक्तियों के रक्तचाप के स्तर को कम करने में अश्वगंधा बेहद उपयोगी है। बता दें कि यह न केवल मानसिक तनाव को शांत करता है बल्कि तनाव सामना करने के लिए ताकत भी प्रदान करता है।

अर्जुन (Arjun For High Blood Pressure)

जो हाई बीपी कफ असंतुलन की वजह से उत्पन्न होता है उस को नियंत्रित करने में अर्जुन बेहद उपयोगी है। बता दें कि अर्जुन की छाल नेचुरल beta-blocker के रूप में भी जानी जाती है। ऐसे में हम कह सकते हैं कि इसके उपयोग से रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही दिल की बीमारियों के जोखिम को कम करने के लिए आप अर्जुन की छाल का पाउडर इस्तेमाल कर सकते हैं।

ओरिगैनो (Oregano for Hypertension)

ओरिगैनो यानी अजवाइन की पत्ती। यह एक आश्चर्यजनक जड़ी बूटी है जो सेहत के लिए बेहद उपयोगी है। इसके अंदर करवाक्रोल (Carvacrol) नामक यौगिक मौजूद है जो हाई बीपी को कम करने में बेहद उपयोगी है। ऐसे में आप अपने दैनिक आहार में इसे शामिल कर सकते हैं। साथ ही आप ओरिगैनो की तेल की कुछ बूंदे पानी में मिलाकर सेवन कर सकते हैं। हाई बीपी की समस्या दूर हो जाएगी।

शंखपुष्पी (Shankhpushpi for Hypertension)

शंखपुष्पी मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी है। वही यह उच्च रक्तचाप की समस्या के इलाज में भी बेहद उपयोगी है। यह न केवल शरीर के तनाव हार्मोन को नियंत्रित करती है बल्कि इसके इस्तेमाल से साइड इफेक्ट भी देखने को नहीं मिलते हैं।

सर्पगंधा (Sarpagandha for Hypertension)

सर्पगंधा बीपी की समस्या को दूर करने में बेहद उपयोगी है। इसके अंदर रेसेरपीन (Reserpine) शामिल है जो रक्तचाप की स्तर को कम करने में बेहद उपयोगी है। साथ में रक्त के परिसंचरण को सुधारने में भी ये बेहद मददगार है। ऐसे में आप इसकी जड़ का पेस्ट या इसे गुलाब जल के साथ खा सकते हैं। यह तनाव से राहत दिलाने के साथ-साथ केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को भी शांत करता है। लेकिन इसके दुष्परिणाम भी देखने को मिले हैं। ऐसे में इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर करें।

हाई बीपी के लिए जटामांसी (Jatamansi for High Blood Pressure)

जटामांसी एक ऐसी जड़ी बूटी है जो तनाव विकारों को दूर करने में बेहद उपयोगी है। यह न केवल रक्त परिसंचरण को सामान रखती है बल्कि शरीर कू सुरक्षा को बनाए रखने में बेहद उपयोगी है। आपको बता दें कि धमनियों की रक्षा करने के लिए आप जटामांसी का प्रयोग कर सकते हैं। यह वात असंतुलन होने के कारण पैदा हुए हाई ब्लड प्रेशर के इलाज में भी बेहद उपयोगी है। ऐसे में आप घी, शहर या पानी के साथ जटामांसी पाउडर का प्रयोग कर सकते हैं।

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